अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण उत्कर्ष परिषद ब्यूरो, नई दिल्ली| Published by ABUP
सार
तिरुपति बालाजी प्रसादम विवाद पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने बहुत ही सख्त टिप्पणी की है उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा पंडित नंद किशोर मिश्रा जी ने…..

आंध्र प्रदेश का तिरुपति बालाजी मंदिर आजकल सुर्खियों में बना हुआ है दरअसल 22 जनवरी को तिरुपति बालाजी मंदिर में बांटे गए लड्डुओं में गौ की चर्बी मिलने की पुष्टि हुई है जिसके बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया। जिस पर हिंदूवादी संगठनों ने बहुत सख्त टिप्पणी की और संत समाज ने नाराजगी जाहिर की। इसी क्रम में अखिल भारत हिंदू महासभा ने इस पर बहुत ही सख्त टिप्पणी की है।महासभा राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर सूचित किया कि हिंदू महासभा एवं समस्त हिंदूवादी संगठन इसके पूर्णता विरोध में है और उन्होंने पूर्व आंध्र सरकार यानी जगन मोहन रेड्डी पर सीधा निशाना साधा और वर्तमान आंध्र प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से इस मामले में सभी दोषियों के विरुद्ध शीघ्रतम और कठोर कार्यवाही करने की मांग रखी उनका कहना है कि यह एक जघन्य अपराध है जिसके अंतर्गत मंदिर में बने प्रसाद में चर्बी मिलाई गई इसके लिए गौ की हत्या की गई उनकी सरकार से मांग है कि इसकी जांच सीबीआई से कराई जाए।
क्या है प्रसादम विवाद

दरअसल तिरुपति बालाजी मंदिर में 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर प्रसाद में लड्डू वितरण किया गया इसके बाद यह आशंका जताई गई की उन लड्डुओं में कुछ तामसिक पदार्थ पाए गए जब इसकी जांच की गई तो पता चला लड्डुओं में पड़े घी में गाय की चर्बी थी।
हिंदू संगठनों की सख्त टिप्पणी
इस वाक्य पर सभी हिंदूवादी संगठनों ने बहुत ही सख्त टिप्पणी की और पूर्व आंध्र प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व सरकार में जगनमोहन रेड्डी द्वारा इस कुकृत्य को अंजाम दिया गया।